शिक्षण योजना कैसे बनायें ? आइये देखें-
शिक्षण योजना प्रारूप
दिनांक | कक्षा | विषय | समयावधि | कालांश |
…….. | 5 | हिन्दी | 40 मिनट | 1 |
लर्निंग आउटकम-
लर्निंग आउट कम का अर्थ है- सम्बंधित पाठ के शिक्षण के उपरान्त बच्चे क्या-क्या सीख जायेंगे। लर्निंग आउटकम का अर्थ बच्चों के पूर्व ज्ञान से बिलकुल नहीं है, लर्निंग आउटकम का सीधा सा अर्थ है कि पाठ को पढने के बाद बच्चों ने क्या सीखा। अब वे क्या करने में सक्षम हुए, यही सीखने का प्रतिफल है।
सीखने के प्रतिफल को हमेशा वर्तमान काल में लिखा जाता है, भविष्य काल में नहीं। जैसे-
बच्चे दो अक्षर वाले बिना मात्रा के शब्द पढ़ पाएंगे। ❌
बच्चे दो अक्षर वाले बिना मात्रा के शब्द पढ़ लेते हैं। ✅
प्रकरण/पाठ-
प्रस्तावना प्रश्न- पाठ से सम्बंधित बच्चों के पूर्व ज्ञान पर आधारित प्रश्न।
कम से कम 2 प्रश्न ज्यादा से ज्यादा 3 प्रश्न पूछना अच्छा रहता है। प्रत्येक अगला प्रश्न पिछले प्रश्न के उत्तर से बना होना चाहिए अर्थात सभी प्रश्न आपस मे जुड़े होने चाहिए। सभी प्रश्नों का सम्बन्ध प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पाठ से होना चाहिए।
प्रकरण- कोशिश करना चाहिए की तीसरे प्रश्न के उत्तर में बच्चे पाठ का नाम बोल दें। चौथे प्रश्न के उत्तर में भी प्रकरण प्राप्त किया जा सकता है।
समस्यात्मक प्रश्न- प्रकरण निकल जाने के बाद अगला प्रश्न पाठ से सम्बंधित समस्यात्मक प्रश्न होना चाहिए अर्थात बच्चे उस प्रश्न का उत्तर न दे पाये।
उद्देश्य कथन- समस्यात्मक प्रश्न का उत्तर न मिलने पर आप बच्चो से कहेंगे की आज हम इस पाठ में …….. सीखेंगे/जानेंगे।
आवश्यक संसाधन (T.L.M.)-
शिक्षण को रुचिकर व प्रभावी बनाने के लिए कक्षा-कक्ष में प्रयोग की जाने वाली शिक्षण सामग्री।
शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया/गतिविधि- शिक्षण के प्रारम्भ में (समय 5 मिनट)
शिक्षक, शिक्षण से पूर्व 5 मिनट विषय और प्रकरण से सम्बंधित बच्चों के पूर्व ज्ञान को जानने के लिए बात-चीत या गतिविधि कर सकते हैं। इस प्रकार रोचक ढंग से प्रस्तावना प्रस्तुत कर सकते हैं।
इन 5 मिनट में अपने टॉपिक के लिए बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करना होता है। यह आप पर निर्भर करता है की आप माहौल कैसे बनाते हैं।
शिक्षण के दौरान (समय 25 मिनट)
इसमें कक्षा कार्य को शामिल किया जाता है, कक्षा में होने वाली गतिविधियों/प्रयोगों/कक्षा कार्यों जैसे- समूह में कार्य करना, प्रश्न पूछना आदि को सम्मलित किया जाता है। आप अपने अनुसार समय को विभाजित कर सकते हैं जैसे-
आदर्श वाचन- 5 मिनट
अनुकरण वाचन- 5 मिनट
पाठ की व्याख्या व गतिविधि- 15 मिनट
शिक्षण की समाप्ति पर (समय 10 मिनट)
इस पार्ट में यह सुनिश्चित किया जाता है कि क्या हमारे शिक्षण प्लान का लर्निंग आउटकम प्राप्त हुआ या नहीं। इसके लिए कुछ बोध प्रश्न पूछ कर आकलन कर सकते है।
इसी पार्ट में छात्रों को गृहकार्य भी दिए जाते हैं।
जल्दी ही आपको कक्षावार बनी-बनाई शिक्षण योजनाएं भी उपलब्ध करा दी जाएंगी। जिसको आप नीचे दिए लिंक पर देख पाएंगे।